Sunday 22 June 2014

सत्रहवें दिन भी जारी है हडताल ! मज़दूरों ने चलाया सामूहिक भोजनालय

जारी है हडताल ! मज़दूरों ने चलाया सामूहिक भोजनालय
दिल्‍ली, 22 जून। राजधानी दिल्ली के वजीरपुर औधोगिक क्षेत्र में चल रही गरम रोला मजदूरों की हडताल का आज 17वां दिन था।"गरम रोला मजदूर एकता समिति" के बैनर तले चल रही यह हडताल न्युनतम मजदूरी,ई एस आई,पी एफ जैसे संविधान प्रदत्त अधिकारों को लागू करवाने को लेकर चल रही है।विगत 17 दिनो से मजदूर चिलचिलाती धूप और भयानक गर्मी में भी इसे चला रहे हैं।आज समिति के संयोजक रघुराज ने अपनी बात रखते हुये कहा कि मालिकों की तमाम गीदड भभकियों,प्रलोभनों के बावजूद मजदूर डटे हैं जो अपने आप में एक मिसाल है वहीं समिति की कानूनी सलाहकार शिवानी ने कहा कि मालिको मे खुद ही फूट पड चुकी है तथा अब वे वेतन बढोत्तरी की मांग पर तैयार हो रहे है परन्तु हडताल के समय के कार्यदिवसों के भुगतान को मनाकर रहे हैं लेकिन जब तक यह मांग नही मानी जाती हमें अपने संघर्ष को जारी रखना होगा।नेतृत्व के साथी सनी ने मजदूर सभा को संबोधित करते हुये कहा कि मालिकों की मजदूरों को संघर्ष में लम्बे समय तक थका कर उन्हे भूखे रखकर तोडने की योजना अब कारगर नही होगी।आज सुबह से ही हडताल स्थल पर मजदूरों की सामूहिक रसोई की शुरूआत मालिको को हैरत में डाल रही थी।मजदूर बस्तियों, आन्‍दोलन के समर्थको शुभचिन्तको से जुटाये गये सहयोग के दम पर हडताली मजदूरों की रसोई का संचालन किया जा रहा है।पूरे दिन मालिकों के दल्लो,दलाल ट्रेड युनियनो के नेता कानाफूसी के लिये आते रहे लेकिन मजदूरों ने इसका जवाब अपनी एकजुटता से दिया।ज्ञात हो कि बिगुल मजदूर दस्ता की हरियाणा ईकाई के साथी भी तकरीबन 30 की संख्‍या मे आन्दोलन को समर्थन देने पहुँचे जिसने हडताली मजदूरों के हौसले मे इजाफा किया।बिगुल के साथियों ने हडताल कोष में 3000 रू. का सहयोग भी तथा सामूहिक रसोई हेतु राशन भी दिया।आज की सभा का समापन गोरख पांडे की कविता "हिटलर के तम्बू में" से किया गया।अन्त में सभी मजदूरों ने मजदूर रसोई में सामूहिक भोजन करके आगे की योजना पर चर्चा की।








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